प्यारे दोस्तों आज हम फिर चौथे भाग में
आपके सामने आए हुए हैं कि हाउ टू बिकम रिच इन इंडिया के पिछले भाग में हमने कुछ
डिफरेंसेस बताए थे बिजनेसमैन में तथा एम्प्लॉई में
१. आमिर बनने के लिए आप को अपनी सोच बड़ी करनी जरुरी है :-
इसी सीरीज को हम आज आगे लेकर जा रहे
हैं देखो यह है एम्प्लॉई यह है बिजनेसमैन
और
वुमन तो इनम से कौन अमीर बनेगा उसको हम
डिफरेंट
करेंगे एक तरफ है एम्प्लॉई जो यह सोचता है कि
मुझे अमीर बनने के लिए एक दूसरी जॉब करनी पड़ेगी| जब वह एक जॉब करता है उससे
सेटिस्फाइड नहीं होता या मेरे खर्चे बढ़
गए हैं फिर दूसरी हाई पेइंग जॉब की तरफ
चला जाता है यानी वहां उसका काम अच्छा था
अनंद से काम करता था अपने मन के लालच को
वह लेकर एक दूसरी तरफ चला जाता है
तो उसे पता लगता है कि खर्चे तो और भी बढ़
गए हैं तो ऐसा सारी जिंदगी वह घूमता ही
रहता है
तो जो बिजनेसमैन है वह रिसर्च
करता है
रिसर्च ऑफ
इंक्रीजिंग कैश
फ्लो कैश
फलो
फ्रॉम एसेट्स
अब बिजनेसमैन की थिंकिंग क्या है कि कम से
कम पैसा लगाकर ज्यादा से ज्यादा पैसा कैसा
कमाना चाहिए व एक बिजनेस करता है दूसरा
बिजनेस करता तीसरा बिजनेस करता व करता
जाता है बिजनेस तो उन एसेट में से जो
बेस्ट उसके लिए परफॉर्म करती है उसमें से और
ज्यादा इन्वेस्ट करता है इसका जो तरीका है आमिर बनने का बहुत सीधा है और इसका रास्ता
बिल्कुल ठीक है
अब देखो यह मैं एक एग्जांपल से
आपको सिखाता हूं देखो यह एम्प्लॉई है जो
अमीर बनना चाहता है उसके पास एक जग
है जग
है तो वो इसमें पानी डालना चाहता है
वाटर वाटर मींस जो जग है उसका उसमें
मनी डालना चाहता है मीन्स ज्यादा से ज्यादा
मैं पैसा कमा लू एक ही जॉब से जग तो इतना
है जो स्पेस ऑफ थिंकिंग है वो स्माल
है छोटे जग में कभी पानी आता नहीं जब वह
सोचता है कि इसमें मैं और पैसा कमा लू एक
जॉब करू उसके बाद दूसरी जॉब करू उसके बाद
तीसरी जॉब करू तो इससे उसको कभी भी
संतुष्टि नहीं होती है और टाइम करेगा रात
को जागेगा सेहत नुकसान हो जाएगी
तो यह जो
व्यक्ति
है बिजनेसमैन कह सकते हैं इसको या इसको
बिजनेस वुमन कह सकते हैं इसके पास भी ऐसा
ही जग
था इसमें भी वो मनी डालना चाहता है मनी
वाटर अब जैसे जैसे उसका बिजनेस बढ़ता है
तो क्या करता जग का साइज बड़ा देता
है एक जग और ले आएगा अब इसमें पानी ज्यादा
हो जाएगा अब उसके पास एक बहुत बड़ा जग
है अब यह मैं बताना चाहूंगा ये जग है क्या
जैसे ही बिजनेसमैन का बिजनेस बढ़ता है वो एसेट का साइज बड़ा देता है एसेट को बढ़
देता है नंबर ऑफ एसेट्स
मान लो के उसकी स्माल रिटेल शॉप है धीरे धीरे सपना देखता है कि मैं एक
बिग मोल खोलना चाहता हूं तो वो धीरे धीरे
अपनी सारी एसेट्स को बढ़ाता है बिल्डिंग
और खरीदेगा इंफ्रास्ट्रक्चर और खरीदेगा
मशीनस और खरीदेगा र मटेरियल जिससे फिनिश
प्रोडक्ट बनेगा और खरीदेगा तो कहते कहते
उसका जग बहुत बड़ा हो जाएगा
तो इसमें जो
उसका मनी है वो बढ़
जाएगा
एम्प्लॉई में यह संभव नहीं है क्योंकि स्पेस
ऑफ थिंकिंग स्माल
बिजनेसमैन की स्पेस ऑफ थिंकिंग
क्या है बिग तो आपने अपनी थिंकिंग को बिग करना है
जैसे जैसे आपका बिजनेस बढ़ता है वैसे वैसे
आपने नंबर ऑफ एसेट्स को बढ़ाते जाना है ताकि वो पानी उस बड़े जग
में आ जाए यानी आप जितना कमाना चाहते हो
वो आपकी उतनी कैपेसिटी बन जाए
२. ज्यादा लोगों की मदद करके आमिर बने :-
देखो कोई भी एम्प्लोयी है उसकी रेश्यो ऑफ़ हेल्प एक एक अनुपात होती है सारी जिंदगी वो
एक
है तो उसकी जॉब भी एक
है कितना कर लेगा उसी जॉब में वो और टाइम
लगाएगा यानी वो अपनी फिजिकल और मेंटल
हेल्थ से शक्ति से एक जॉब को पूरा करेगा, मतलब सिर्फ अपने बोस की हेल्प कर सकता है | जबकि यह रेश ऑफ हेल्प व्यापारी की १:१००० होती है मान लो कि एक
व्यक्ति है चाहे वो मैं हूं तो
मैं ऐसे बिजनेस कर सकता हूं कि एक मैं हूं
और मेरे 1000 बिजनेस हो
जाए हर बिजनेस किसी किसी को कोई ना कोई
हेल्प दे रहा
है एक ही तरह से हजारों काम किए जा सकते
हैं वही मशीन है इसी मशीन से आप एक स्कूल
में एजुकेशन सेंटर खोल सकते हो को सीडी
बनाकर सेल कर सकते हो इसी से ऑनलाइन
शिक्षा को आगे प्रमोट कर सकते हो तो
बिजनेस की संख्या बढ़ती जाती है ऐसे
ही एक
है उसके एसेट्स
भी उतने जितनी ही होती है जितना उसके पास
पैसा है वो लिमिटेड है एक एक रेश्यो है जो व्यापरी की एसेट्स
है वो भी हजार गुना हो
जाएंगी उन एसेट्स को खरीदने के लिए लोगों का बहुत ही भला होगा जैसे मैं एग्जांपल
बताता हूं वो एम्प्लोयी एक
है उसके पास एक ही हाउस
है हो सकता है जो बिजनेसमैन है उसको अपने
काम करने के लिए बहुत सारी शॉप्स खोलनी
पड़े बहुत रियल स्टेट में इन्वेस्ट करना
पड़े
तो उसके
1000 शॉप्स हो सकती
है या रियल स्टेट हो सकती
है अब एक और लास्ट जो इसमें है
पॉइंट कि वो कर्मचारी सिंगल है वो कितना डोनेशन कर
सकता
है ज्यादा से ज्यादा एक संस्था को
डोनेशन
क्योंकि बिजनेसमैन सोच रहा है कि मैं
हेल्प करनी है उसको यह पता है कि सेवा से धन का इनफ्लो होता है
कैश इनफ्लो होता है तो वह सिंगल है और
उसके साथ जो संस्थाए जुड़ी हुई है न
प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन वो उनको सपोर्ट देता
है वो 1000 हो सकती
है
तो जहां जहां स्पोर्ट्स मिलती है वहां से
गुडविल मिलती है यस यह बिजनेस बहुत अच्छा
कर रहा है उसकी माउथ मार्केटिंग हर तरफ
चलती जाती है क्योंकि कर्मचारी डोनेशन एक जगह प
दे रहा है इसके पास कैपेसिटी नहीं है इसके
पास कैपेसिटी है अलग-अलग संस्थाओं में
जहां डोनेशन देता है वहां से गुडविल वो
लोग कहते हैं कि यह अच्छा बिजनेस कर
रहा है इसका बिजनेस अच्छा चले
तो वहां से उसको साधन मिलते जाते
हैं
३. पुरषार्थ व उद्योग करने से आदमी आमिर बनता है
कर्मचारी सपना लेता है कहता है
मैं यह बिजनेस करूंगा मैं यह बिजनेस
करूंगा मैं यह करूंगा है कर्मचारी सारा दिन
घर आके थक जाता है कुछ इंटरटेनमेंट करता
और सो जाता है क्योंकि इसने कभी बिज़नेस नहीं किया | बिजनेसमैन ने तो यह जो कहता है वह एक्ट
अपॉन करता
है करके दिखाता है वो आज करके दिखाता है
कल के ऊपर नहीं छोड़ता | व सफल हो जाता है , आमिर बन जाता है |
४. कर्जा लेने से आदमी आमिर नहीं गरीब बनता है
कर्मचारी अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए कर्जा लेता है व अपनी सारी जिंदगी कर्जा चुकाने में बिता देता है , जब के व्यपारी व्यपार में आमदन प्राप्त करता है व उसका पुनर निवेश व्यपार में करता है | वो कर्जा नहीं लेता व रेवेस्टमेंट ऑफ़ इनकम से ही अपनी सम्पति ग्रो कर लेता है |
५. होलसेल में खरीदने से आदमी आमिर बनता है
कर्मचारी जो भी खरीदारी
करता है बाय इन
टेल यह हमेशा ही एक एक वस्तु खरीदने में
विश्वास करता है
जो बिजनेसमैन है
बाय इन
होलसेल
देखो जैसे ही बाय होलसेल में करेगा
तो इसको बहुत ज्यादा मुनाफा आएगा
डिस्काउंट बहुत
ज्यादा मुनाफा
डिस्काउंट
आएगा चाहे वह खाने की चीजें हैं चाहे वह पहनने की चीज है चाहे वो रहने की चीजें है
सब में वो इन्वेस्टमेंट कर रहा है तो वो आमिर बनता ही जाएगा क्योंकि हर चीज में उसे
डिस्काउंट डिस्काउंट डिस्काउंट मिलता
जाएगा व वह आमिर बन जायेगा |
५. सम्पति खरीदने से पहले विकल्प की सस्ती सम्पति देखना आदमी को आमिर बनाता है
कर्मचारी कहता है कि उसके पास टाइम नहीं है ट्री करने का इस लिए वो कोई सम्पति महंगे मूल्य पर खरीद लेता है जब के व्यपारी खरीदने से पहले अन्य अल्टरनेटिव को देखता है वो उसे सस्ते मूल्य पर कीमती सम्पति मिल जाती है जो उसको बहुत बड़ा मुनाफा देती है व उसको आमिर बना देती है |
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