कोई आदत तब तक नहीं बन सकती जब तक उसको रिपीट न किया जाये | जैसे जैसे रिपीट या अभ्यास किया जाता है ब्रेन में यह नॉट हो जाता है अब आप को अभ्यास करने की जरूरत नहीं आदत अपने आप आपके शरीर से यह करवा लेगी
इसका मतलब आदत में तीन चीजे होती है
कोई इशारा होना
आप का क्रिया को करना
व आप को उसका इनाम मिलना
आप के सुबह से लेकर शाम तक हर चीज आप की आदत है | यदि यह गन्दी है तो आप असफल हो यदि यह अच्छी है तो आप सफल हो |
सफलता का इनाम हर कोई चाहता है व इशारा मिलने पर वो कार्य ही गलत करता है तो वह असफल हो जाता है |
Example 1
जैसे आदमी तनाव ख़तम करना चाहता है | यह इनाम है | पर साथ में वो चाहता है उसकी सेहत भी ठीक रहे | तनाव का कारण उसकी भूतकाल या भविष्य की कोई चिंता हो सकती है | जिस में समस्या हल नहीं हो रही |
अब
इशारा
तुम्हारे दोस्त ने कहा के रात को मैं शराब पिता हु व मुझे तनाव नहीं होता सब भूल जाता हूँ
कार्य : आप ने इस उम्मीद से शराब पीना शुरू किया के रात को नीद अच्छी आएगी व मैं सब भूल जाउँगा
इनाम : आप सब भूल गए |
पर अब समस्या एक और आ गयी जो समस्या सोल्व नहीं हुए वो बढ़ती गयी साथ में लिवर खराब होने लगा तो फिर तनाव अब थोड़ी शराब से आप को नशा नहीं होता आप ज्यादा शराब पिने लगे | जिस से आप को इसकी लत लग गयी
अब आदत को बदले
इशारा बदलने की जरूरत नहीं
इनाम बदलना की जरूरत नहीं
क्रिया या कार्य बदल दे कर्म बदल दे
१. जब भी तलब लगे या जब तनाव बहुत हो
यह कहते हुए व विश्वास करते हुए फलों का जूस पिए
यह मेरा तनाव ख़तम करेगा
P jay
हर बार ऐसा ही करे
चाहे कोई व्यक्ति इशारा करे या कोई शराब की बोतल दिखाई दे
आप को फिर करना है
यह कहते हुए व विश्वास करते हुए फलों का जूस पिए
यह मेरा तनाव ख़तम करेगा
पि जय
हर बार ऐसा ही करे
अब आप की आदत बदल चुकी है
मिस्टर ऐ जो कभी शराब का आदी था आज सेहतमंद व तनाव से मुक्त है |
Example २
जैसे आदमी अपने घर के खर्चों को पूरा करना चाहता है | वह चाहता है फॅमिली को किसी चीज की कमी न हो
यह इनाम है |
पर आमदन कम होने के कारण उस आदमी की यह समस्या हल नहीं हो रही |
अब
इशारा
तुम्हरे दोस्त ने कहा , कर्जा ले लो ऑनलाइन से बहुत सारी कम्पनीज कर्जा देती है | इस पर्सनल लोन से आज अपनी सारी इच्छायें पूरी कर सकते हो | थोड़ा सा ब्याज ही देना है |
कार्य : आप ने इस उम्मीद से कर्जा लेना शुरू किया कि आप की फॅमिली की सारी जरूरते व इच्छाएं पूरी हो जाएगी
इनाम : ग्रेट , जैसे ही पर्सनल लोन लिया, आप के घर में सबकुछ आ गया |
led , फ्रीज , वाशिंग मशीन, घर में वाल टाइल लगना |
पर अब समस्या एक और आ गयी, पहली समस्या थी कि आप की आमदन कम थी आप को अपनी इनकम को बढ़ाना था वो सॉल्व नहीं हुयी , बल्कि आप अपने कर्जा व उसका ब्याज कैसे देना है की चिंता की समस्या भी लेकर बैठ गए | साथ ही आप की इच्छाएं और बढ़ गयी अब ब्याज उतरने व कर्जा उतारने के साथ साथ और इच्छाओं पूरा करने के लिए और ज्यादा कर्जा लेने लगे | यह हो गया आप की आदत का फंदा |
अब आदत को बदले
इशारा बदलने की जरूरत नहीं लो कंपनी तो कहती रहेगी
इनाम बदलना की जरूरत नहीं
किर्या या कार्य बदल दे कर्म बदल दे
१. जब भी और कर्जा लेने जब भी तलब लगे या जब कर्जा न उत्तर रहा हो
2. अपने घर का सामान बेच दे व कर्जा उतार दे |
3. हर रोज जो भी खर्चा करे उसे नोट करे, कोई आमदन करे उसे नॉट करे और कसम खाये हर रोज का खर्चा आमदन से ज्यादा नहीं होगा | यदि होगा तो उस दिन उपवास करे | एक तो खर्चा कम होगा व दूसरा सेहत भी ठीक रहेगी |
३. कोई नई आमदनी पर ध्यान केंद्रित करे |
४. अपने फालतू के खर्चे न करे |
हर बार ऐसा ही करे
चाहे कोई व्यक्ति इशारा करे या कोई कंपनी ऑफर करे
आप को फिर करना है
१. घर का फालतू सामान बेच दे |
२. घर में गोबर की खाद लाएं व अपनी सब्जियां आप उगाएं | अपनी छत पर आप फल भी लगा सकते हो |
३. जंगल से लकड़ी लाये व जलाये | गैस का आप का खर्चा बचेगा |
अब आप की आदत बदल चुकी है
मिस्टर ऐ जो कभी कर्जे का आदी था आज आर्थिक रूप से मजबूत है व सिर के ऊपर एक रूपये का कर्जा नहीं है
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