एक चुंबक के दो हिसे होते है जिस को चुंबक के ध्रुव कहा जाता है | जो हिसे का बिंदु उत्तरी दिशा को दिखाएँ उसे चुंबक का उत्तरी ध्रुव कहा जाता है जो चुंबक का ध्रुव दक्ष्णि दिशा को दिखाएँ उसे दक्ष्णि ध्रुव कहा जाता है |
इसे आसानी से सिद्ध भी किया जा सकता है |
एक डंडी किस्म की चुंबक ले इसे सुई की पिनों की और ले जाये , सुई की पिने इसके उत्तरी व दक्ष्णि दिशा के बिंदुंओ के तरफ चिपक जाएगी , यही इसके ध्रुव है
दो चुंबन भी एक ध्रुव में आपस में नहीं चिपकते | दक्षिण ध्रुव दक्षिण ध्रुव के हिसे से चिपके गा नहीं उल्टा एक दूसरे को लगाएगा | सिर्फ उत्तरी ध्रुव का हिंसा चुंबक के दक्ष्णी हिसे से चिपके गा
आप यह जानने के लिए के आपके चुंबक का कोनसा हिसा उत्तरी ध्रुव है व कोनसा दक्ष्णि ध्रुव है
आप एक प्रयोग कर सकते हो
अपना मुँह सूरज की तरफ करे व एक धागे से चुंबक को बन्दे व ऐसे सूर्य की दिशा में उठाये | आप देखेगें के आप के बाये व दाये दिशा में यह चुंबक की डंडी रुक जाएगी व आपके बाये वाला हिंसा चुंबक का उत्तरी ध्रुव होगा व आपके दाएं वाला हिंसा इसका दक्ष्णि ध्रुव होगा |
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